लोग मेरे पास आने से डरते अहिं क्योंकि वे कहते हैं की में एक चोर हूँ
क्या करूँ में भी इस राह में मजबूर हूँचुरा लेता हूँ में लोगो की मुस्कराहट और बाँट देता हूँ जहाँ नहीं है इसकी आहट
में तो इस राह में मगरूर हूँ
देश के लिए फिर भी मजबूर हूँ
में तो देश के लिए जीता मरता हूँ आप ही बताओ में क्या गलत करता हूँ
अरे में तो कहता हूँ आप सब भी इस कम में हाँथ दो
और इस मुस्कराहट को पुरे कश्मीर में बाँट दो
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